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वॉशिंगटन: रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने जीत के बाद दिए अपने पहले भाषण में साफ तौर ऐलान किया है कि अब कोई युद्ध नहीं होगा। ट्रंप ने कहा, 'मैं कोई भी युद्ध शुरू नहीं करने जा रहा हूं। मैं युद्धों को रोकने जा रहा हूं। जब मैं राष्ट्रपति था तो 4 साल तक कोई युद्ध नहीं हुआ था। हमने केवल आईएसआईएस को हराया था।' उन्होंने यह भी ऐलान किया कि अमेरिकी सेना को मजबूत किया जाएगा। साल 2016 से 2020 तक अपने पहले कार्यकाल में ट्रंप ने तो उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मुलाकात की थी। किम जोंग उन अब अक्सर अमेरिका को धमकाते रहते हैं। ट्रंप के इस ऐलान से चीन और यूक्रेन दोनों ही टेंशन में हैं। वहीं इजरायल को उम्मीद है कि बंधक वापस आएंगे। आइए समझते हैं इसकी वजह...चीन ने अपनी सैन्य तैयारी तेज कर दी है और उसका इरादा है कि साल 2027 तक ताइवान पर कब्जा कर लिया जाए। इसके लिए चीन ने दुनिया की सबसे बड़ी सेना और नौसेना बना ली है। चीन के युद्धपोत लगातार ताइवान को घेरकर उसे डराते रहते हैं। ताइवान और अमेरिका के बीच रक्षा संधि है। चीन अगर कोई दुस्साहस करता है तो ट्रंप को ताइवान को बचाने के लिए सेना भेजनी होगी। ट्रंप के रुख से साफ है कि वह ऐसे किसी आक्रामक सैन्य हमले का करारा जवाब देंगे। ऐसे में चीन की टेंशन बढ़ सकती है। यही नहीं ट्रंप चीन के खिलाफ ट्रेड वार को तेज कर सकते हैं जो मेक अमेरिका ग्रेट अगेन का नारा देते हैं।
चीनी विश्लेषकों का कहना है कि चीन की सरकार ने इस नतीजे की उम्मीद नहीं की थी। वहीं ट्रंप के आने से रूस खुश है और उसे उम्मीद है कि यूक्रेन युद्ध का अब अंत होगा। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह युद्ध को खत्म कराएंगे। रूस पहले ही यूक्रेन की बहुत बड़ी जमीन पर कब्जा कर लिया है और बिना किसी डील के अगर युद्ध बंद होता है तो पुतिन बहुत खुश होंगे। ट्रंप और पुतिन कई बार बातचीत कर चुके हैं। अगर जेलेंस्की ट्रंप की बात नहीं मानते हैं तो वह हथियारों की सप्लाई रोक सकते हैं। अमेरिकी हथियारों के बल पर ही यूक्रेन रूस से मुकाबला कर पा रहा है। इसके बाद भी यूक्रेनी सेना अभी बैकफुट पर है।
वहीं इजरायल ट्रंप की वापसी से खुश है। अमेरिकी चुनाव में यहूदियों ने ज्यादातर कमला हैरिस को सपोर्ट किया लेकिन अब उम्मीद है कि ट्रंप गाजा युद्ध का सर्वमान्य हल कराएंगे। इजरायली पीएम नेतन्याहू ने ट्रंप को जीत की बधाई दी है। नेतन्याहू ने कहा, 'वाइट हाउस में आपकी ऐतिहासिक वापसी अमेरिका के लिए नए युग की शुरुआत है। साथ ही इजरायल और अमेरिका के बीच रिश्तों की दिशा में शक्तिशाली प्रतिबद्धता है। यह एक बहुत शानदार जीत है।' ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान खुलकर कहा था कि अमेरिका हमेशा इजरायल के साथ खड़ा रहेगा।
डोनाल्ड ट्रंप की जीत से पुतिन होंगे खुश
चीनी विश्लेषकों का कहना है कि चीन की सरकार ने इस नतीजे की उम्मीद नहीं की थी। वहीं ट्रंप के आने से रूस खुश है और उसे उम्मीद है कि यूक्रेन युद्ध का अब अंत होगा। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह युद्ध को खत्म कराएंगे। रूस पहले ही यूक्रेन की बहुत बड़ी जमीन पर कब्जा कर लिया है और बिना किसी डील के अगर युद्ध बंद होता है तो पुतिन बहुत खुश होंगे। ट्रंप और पुतिन कई बार बातचीत कर चुके हैं। अगर जेलेंस्की ट्रंप की बात नहीं मानते हैं तो वह हथियारों की सप्लाई रोक सकते हैं। अमेरिकी हथियारों के बल पर ही यूक्रेन रूस से मुकाबला कर पा रहा है। इसके बाद भी यूक्रेनी सेना अभी बैकफुट पर है।
वहीं इजरायल ट्रंप की वापसी से खुश है। अमेरिकी चुनाव में यहूदियों ने ज्यादातर कमला हैरिस को सपोर्ट किया लेकिन अब उम्मीद है कि ट्रंप गाजा युद्ध का सर्वमान्य हल कराएंगे। इजरायली पीएम नेतन्याहू ने ट्रंप को जीत की बधाई दी है। नेतन्याहू ने कहा, 'वाइट हाउस में आपकी ऐतिहासिक वापसी अमेरिका के लिए नए युग की शुरुआत है। साथ ही इजरायल और अमेरिका के बीच रिश्तों की दिशा में शक्तिशाली प्रतिबद्धता है। यह एक बहुत शानदार जीत है।' ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान खुलकर कहा था कि अमेरिका हमेशा इजरायल के साथ खड़ा रहेगा।
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